एक आम भ्रांति है कि गठिया रोग बाल्यावस्था में नहीं होता । परंतु अनेक बच्चे भी इस बीमारी से जूझ रहे हैं। बच्चों के गठिया का सबसे आम प्रकार जूवनायल आर्थ्राइटिस (JIA) है, जिसे किशोर संधिशोथ के रूप में भी जाना जाता है। बचपन के गठिया जोड़ों को स्थायी शारीरिक क्षति पहुंचा सकते हैं। यह क्षति बच्चे के लिए चलने या कपड़े पहनने जैसी रोज़मर्रा की चीज़ों को कठिन बना सकती है और इसके परिणामस्वरूप विकलांगता हो सकती है।
बाल्यावस्था एवं गठिया के लक्षण | Symptoms of Childhood and Arthritis
कुछ ऐसे लक्षण जो समय के साथ साथ पता चलते है।
- जोड़ों का दर्द
- सूजन
- बुखार
- थकान
- भूख न लगना
- आंख की सूजन
- चलने, कपड़े पहनने और खेलने जैसे दैनिक जीवन की गतिविधियों में कठिनाई
बाल्यावस्था के गठिया का सही कारण अज्ञात है। बचपन के गठिया में प्रतिरक्षा प्रणाली ठीक से काम नहीं कर पाते है, जो जोड़ों और शरीर की अन्य प्रणालियों में सूजन का कारण बनती है।
बाल्यावस्था एवं गठिया निदान | Childhood and Arthritis Diagnosis
बचपन के गठिया का निदान शारीरिक परीक्षण और लक्षणों की समीक्षा, एक्स-रे और प्रयोगशाला परीक्षणों के माध्यम से किया जाता है।
ऐसे में आपको विशेष रूप से एक रुमेटोलॉजिस्ट जो बच्चों में गठिया और अन्य संबंधित स्थितियों में माहिर हैं, और आपको अपने नजदीक में रुमेटोलॉजिस्ट डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए|